मकर संक्रांति 2026 महत्व पूजा विधि और दान का सही तरीका
makar-sankranti-2026 हिंदू धर्म का एक अत्यंत पावन और शुभ पर्व है। यह त्योहार सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक माना जाता है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण होते हैं, जिसे शुभ समय की शुरुआत माना जाता है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में मकर संक्रांति को अलग-अलग नामों से मनाया जाता है, लेकिन इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व हर जगह समान है।
इस लेख में हम जानेंगे मकर संक्रांति का महत्व, मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है, मकर संक्रांति पूजा विधि, और मकर संक्रांति पर क्या दान करना चाहिए।
मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति का महत्व केवल एक पर्व तक सीमित नहीं है, बल्कि यह धार्मिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक तीनों दृष्टि से विशेष है।
इस दिन सूर्य देव उत्तरायण होते हैं
देवताओं का दिन प्रारंभ माना जाता है
शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए यह दिन उत्तम माना गया है
पुण्य स्नान, दान और जप का विशेष फल मिलता है
शास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन किया गया दान सौ गुना फल देता है।
मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है
मकर संक्रांति मनाने के पीछे कई धार्मिक और पौराणिक मान्यताएँ हैं।
पौराणिक कथा
मान्यता है कि इसी दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि देव से मिलने जाते हैं, जिससे पिता-पुत्र के संबंधों में मधुरता आती है। यह पर्व हमें आपसी संबंध सुधारने और अहंकार त्यागने की सीख देता है।
भागीरथ कथा
इसी दिन राजा भागीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर अवतरित किया और कपिल मुनि के आश्रम में अपने पूर्वजों को मोक्ष दिलाया। इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
मकर संक्रांति पूजा विधि (Step-by-Step)
मकर संक्रांति पूजा विधि बहुत सरल है, लेकिन इसे श्रद्धा और नियम से करना चाहिए।
सुबह की तैयारी
ब्रह्म मुहूर्त में उठें
गंगा जल मिले पानी से स्नान करें
साफ पीले या सफेद वस्त्र धारण करें
सूर्य देव की पूजा
तांबे के लोटे में जल, लाल फूल और अक्षत डालें
सूर्य को अर्घ्य दें
“ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें
पूजा विधि
घर के मंदिर में दीपक जलाएं
तिल, गुड़, खिचड़ी का भोग लगाएं
विष्णु सहस्रनाम या आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें
दान का संकल्प
पूजा के बाद दान का संकल्प लें
दान हमेशा श्रद्धा से करें, दिखावे से नहीं
मकर संक्रांति पर क्या दान करना चाहिए
मकर संक्रांति पर दान का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन किया गया दान कभी व्यर्थ नहीं जाता।
सबसे श्रेष्ठ दान
तिल और गुड़
खिचड़ी (चावल, दाल)
कंबल और गर्म कपड़े
तांबे के बर्तन
अन्न और वस्त्र
ध्यान रखें
दान पात्र व्यक्ति को ही दें
दान देते समय मन में अहंकार न रखें
यथाशक्ति दान करें
मकर संक्रांति और तिल का महत्व
मकर संक्रांति पर तिल खाने और दान करने की परंपरा है। तिल को पवित्र माना गया है
यह शरीर को गर्म रखता है
पापों का नाश करता है
सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है
इसलिए कहा जाता है
“तिल दान से जीवन में सुख-शांति आती है।”
मकर संक्रांति 2026 से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQ)
मकर संक्रांति का मुख्य उद्देश्य क्या है?
सूर्य उपासना, पुण्य अर्जन और सकारात्मक जीवन की शुरुआत।
क्या मकर संक्रांति पर उपवास जरूरी है?
उपवास वैकल्पिक है, लेकिन पूजा और दान अवश्य करें।
मकर संक्रांति पर कौन-सा रंग शुभ माना जाता है?
पीला और सफेद रंग शुभ माने जाते हैं।
क्या मकर संक्रांति पर नए कार्य शुरू किए जा सकते हैं?
हाँ, यह दिन शुभ कार्यों के लिए उत्तम है।
मकर संक्रांति 2026 केवल एक पर्व नहीं, बल्कि धर्म, प्रकृति और जीवन संतुलन का संदेश है। इस दिन पूजा, दान और सकारात्मक संकल्प लेकर हम अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकते हैं।अगर आप मकर संक्रांति को सही विधि से मनाते हैं, तो इसका पुण्य निश्चित रूप से आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। सूर्य देव आप पर अपनी कृपा बनाए रखें।

