नमस्कार दोस्तों अवसर ( Opportunity ) को कैसे पहचाने यह सवाल हम सबके मन में कभी न कभी जरूर आता है।
⭐ जय हिंद जय भारत वंदे मातरम् ⭐
अवसर ( Opportunity ) किसे कहते हैं
जब भी आप किसी काम को करने के लिए उपयुक्त समय की प्रतीक्षा करते हैं और वह समय आने पर आप अपने काम को कर लेते हैं। किसी निर्धारित समय को ही अवसर ( Opportunity ) कहा जाता है।
और कुछ काम ऐसे होते हैं जिसे करने के लिए हमें किसी मौके की जरूरत नहीं होती बल्कि हम उसे जब शुरू कर दें वही हमारे लिए अवसर हो जाता है।
जैसे कि पढ़ाई करना खेलकूद के लिए प्रैक्टिस करना आदि जैसे कामों के लिए किसी मौके की आवश्यकता नहीं होती बल्कि आप जब शुरू करते हैं वही अवसर बन जाता है।
परंतु कुछ मौके ऐसे भी होते हैं जिनके लिए हमें इंतजार करना पड़ता है और सही समय आने पर ही हम उनका उपयोग कर सकते हैं यदि हमने अपना समय व्यर्थ कर दिया तो वह अवसर हमसे छूट जाता है।
सही अवसर क्या होता है
किसी भी अच्छे काम को करने के लिए कोई भी अवसर या समय सही या गलत नहीं होता बल्कि यह हमारी सोच पर निर्भर करता है कि हम उस अवसर को किस नजरिए से देखते हैं।
इसलिए हमारे लिए यही बेहतर होगा कि हम जिस काम को करने के लिए मौके की तलाश कर रहे हैं हमें जैसे ही समय मिलता है उस काम में लग जाना चाहिए।
यदि आप सच में सफल होना चाहते हैं तो आपको अच्छे और खराब समय को अपने दिमाग से निकाल देना होगा और अपने ध्यान को सिर्फ वही केंद्रित करना है जिसके लिए आप अपना लक्ष्य बना चुके हैं।
आप यकीन मानिए आपको अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए के लिए सिर्फ पहला कदम उठाने की आवश्यकता होती है पहला कदम उठते ही दूसरा कदम खुद ब खुद आगे बढ़ने लगता है।
अवसर की पहचान कैसे करें
इस दुनिया में पैदा हुए हर व्यक्ति के पास एक जैसा ही समय होता है सबके पास एक समान दिन और रात होते हैं किसी भी सफल व्यक्ति को सफल होने के लिए ना तो उसे 24 घंटे दिन मिला है और ना ही 24 घंटे की रात मिली है।
सफल होने वाला व्यक्ति भी उन्हीं 24 घंटे के अंदर मेहनत करता है और सफल होता है और असफल होने वाला व्यक्ति भी उसी 24 घंटे के अंदर मेहनत करता है जबकि दोनों के पास समान अवसर होते हैं।
लेकिन कुछ तो बात है एक व्यक्ति उसी समय में सफल हो जाता है और दूसरा व्यक्ति उसी समय असफल हो जाता है।
इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि अपने अवसर को पहचान कर अपने समय का सही सदुपयोग करना पर सबसे बड़ा सवाल यही है की अवसर को कैसे पहचाना जाए।
अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन सी मंजिल को पाने के लिए कौन से अवसर की तलाश कर रहे हैं क्योंकि कुछ मंजिलें ऐसी होती हैं जिनके लिए किसी अवसर की आवश्यकता नहीं होती।
जैसे कि यदि आपको कहीं पर जाना है और आप अपने घर से निकल चुके हैं परंतु आपके पास कोई साधन मौजूद नहीं है तो बेहतर होगा कि आपको जो साधन मिले उसके साथ आप निकल जाए।
यदि आप ऐसा सोचते हैं कि जहां पर मुझे जाना है वहां ले जाने के लिए मुझे कोई स्पेशल तौर से आमंत्रित करेगा तब आप गलत है।
इसलिए आपको अपनी मंजिल तक पहुंचाने के लिए जो भी साधन मिले आप उसके साथ अपनी मंजिल पर पहुंच सकते हैं और वह साधन ही आपका सबसे बड़ा और सही अवसर होता है जो इस समय पर आपको अपनी मंजिल तक पहुंचा देता है।
क्या अवसर छोटे बड़े होते हैं
छोटे और बड़े अवसर का प्रश्न सिर्फ उन्हीं व्यक्तियों के दिमाग में आता है जिन्हें टालमटोल करने की आदत होती है क्योंकि हर सफल हुआ व्यक्ति छोटे-छोटे अवसरों की तलाश करके बड़े अवसर तक पहुंच जाता है।
टालमटोल करने वाले व्यक्तियों के लिए तो हर अवसर छोटा या फिर गलत होता है आप अपने आप को किस कैटेगरी में रखते हैं यह आप पर निर्भर करता है।
की छोटे-छोटे अवसरों का चुनाव करके अपने आप को सफल बनाना चाहते हैं या फिर आप भी इंतजार कर रहे हैं कि कोई बड़ा हो जाएगा और हम अपनी सफलता का शुभारंभ करेंगे।
यदि हम सही अवसर हमसे छूट जाए तो क्या करना चाहिए
यदि आप असफल हो चुके हैं तो इसका मतलब यह कदापि नहीं है कि आप अब कभी सफल ही नहीं हो सकते है।
बस जरूरत है तो यह जानने की कि हम असफल क्यों हुए और यह अवसर हमारे हाथ से कैसे छूट गया जिस समय आपने इन 2 कारणों का पता लगा लिया समझिए आपने आज ही विजय प्राप्त कर ली सिर्फ आधी विजय ही प्राप्त करना बाकी है।
बस जरूरत है तो आपको अपनी सोच बदलने की आपको एक विजेता की तरह से सोचना पड़ेगा और एक विजेता की तरह से ही अपने अवसर का इस्तेमाल भी करना पड़ेगा।
क्योंकि इस अवसर को हमें अपना शत्रु की तरह मानना पड़ेगा क्योंकि यदि हम इसको अपने बस में नहीं करेंगे तो यह हमें मार कर आगे चला जाएगा।
इसलिए जितनी जल्दी और जितने सही समय पर हम इस पर काबू पा लेंगे हमारे लिए उतना ही अच्छा है।
अवसर का सही उपयोग
अवसर का सही उपयोग आप उस खिलाड़ी से पूछिए जो अपनी खेल प्रतियोगिता में सफल होते होते रह गया क्योंकि उसे अपने अवसर की पहचान तो थी परंतु उसने उसका सही उपयोग नहीं किया।
क्योंकि जिस तरह घड़ी की सुइयां लगातार घूमती रहती हैं और निरंतर अपनी मंजिल की ओर बढ़ती रहती है जिस दिन घड़ी अपनी मंजिल की ओर चलना बंद हो जाएगी उस दिन शायद उसका उपयोग भी खत्म हो जाएगा हमारा जीवन भी कुछ ऐसा ही है।
अवसर को पहचानना जितनी अच्छी बात है इतनी ज्यादा अच्छी बात यह है कि उस अवसर का सही इस्तेमाल करना।
हमारा जीवन भी उसी खिलाड़ी की तरह से है जो खेल के मैदान में अपने आप को सफल बनाने के लिए या फिर जीतने के लिए मेहनत करता है।
क्या हम अपने लिए अवसर का निर्माण कर सकते हैं
किसी भी काम में सफल होने के लिए अवसर की तलाश अवश्य होनी चाहिए क्योंकि कोई भी अवसर स्थाई रूप से हमेशा के लिए नहीं होता।
कभी-कभी कुछ परिस्थितियां ऐसी भी होती है कि हमें अवसर को स्वयं ही बनाना पड़ता है अन्यथा समय भी हमारे हाथ से छूट जाता है।
इसलिए जितनी जल्दी हो सके हमें अवसर (Opportunity )की तलाश करनी चाहिए यदि हमें अवसर ना मिले तो भी हमें अवसर को उत्पन्न करने का प्रयास करते रहना चाहिए।
किसी ने सच ही कहा है अपनी मंजिल को पाने के लिए इतनी खामोशी से मेहनत करो कि सफलता शोर मचा दे।
अवसर मिलने पर भी कठिनाइयों का सामना कैसे करें
कभी-कभी हमें अवसर Opportunity तो मिल जाता है परंतु इस अवसर को सफल बनाने के लिए हमारे सामने अनेकों प्रकार की कठिनाइयां उत्पन्न हो जाती है।
ऐसी परिस्थिति में हमें अपने आप को दृढ़ संकल्प करना होगा कि जब तक हम अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच जाती तब तक हम नहीं रुकेंगे।
भले ही हमारे सामने कैसी भी परिस्थिति आ जाए कैसी भी समस्याएं उत्पन्न हो जाएं हमारे दिमाग में बस एक ही चीज होनी चाहिए कि हमें जीतना है तो जीतना है इसके सिवा और कुछ नहीं।
क्योंकि हर सफल व्यक्ति को सफल होने से पहले या दुनिया पागल कहती है और वही पागलपन एक दिन उसे सफल बनाता है और पूरी दुनिया उसके लिए ताली बजाती है।
अब यह आपको निश्चित करना है कि आप ताली बजाने वाले में से हैं या ताली बजवाने वाले हैं।
यदि आप ताली बजवाने वालों में से हैं।
तो मैं आपको स्वागत करता हूं और यह आशा करता हूं कि सफलता के इस पागलपन को आप पूरी तरह से स्वीकार करेंगे और इस पागलपन को तब तक खत्म नहीं होने देंगे जब तक कि आप अपनी मंजिल तक पहुंच नहीं जाते।
आपको हमारी याद पोस्ट कैसी लगी मैं कमेंट जरूर करें।
धन्यवाद