Prabhu Shri Ram Puja Vidhi Mantra

प्रभु श्री राम पूजा विधि मंत्र | Prabhu Shri Ram Puja Vidhi Mantra

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प्रभु श्री राम पूजा विधि मंत्र कि संपूर्ण मार्गदर्शिका Prabhu Shri Ram Puja Vidhi Mantra

भगवान श्री राम न केवल हिंदू धर्म के आदर्श पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, बल्कि वे धर्म, सत्य, और न्याय के प्रतीक भी हैं। आज के इस आर्टिकल में हम “श्री राम पूजा विधि” पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें श्री राम प्रभु का संक्षिप्त विवरण, पूजा की प्रक्रिया, साथ ही पूजा के दौरान ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख होगा।

श्री राम प्रभु का संक्षिप्त विवरण

भगवान श्री राम को भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में पूजा जाता है। उनके जीवन की गाथा रामायण में विस्तृत रूप से वर्णित है।मर्यादा पुरुषोत्तम: श्री राम अपने आचरण, कर्तव्य, सत्य और न्याय के लिए जाने जाते हैं।आदर्श पुत्र और पति: उनके जीवन में पिता दशरथ के प्रति आदर और माता सीता के प्रति प्रेम की अद्भुत मिसाल देखने को मिलती है।धर्म का प्रतिपादक: श्री राम ने अपने वनवास, रावण वध और राज्याभिषेक के माध्यम से यह संदेश दिया कि जीवन में सदा धर्म का पालन करना चाहिए।

श्री राम पूजा विधि

श्री राम पूजा विधि में निम्नलिखित चरण शामिल हैं, जिन्हें आप घर पर आसानी से अपना सकते हैं

(i) पूजा की तैयारीस्वच्छता: पूजा से पहले स्वयं और पूजा गृह की अच्छी तरह से स्वच्छता करें।पूजा सामग्री: श्री राम की प्रतिमा/तस्वीर, तुलसी का पत्ता, फूल, अक्षत (चावल/आटा), फल, दीपक, धूप, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शर्करा) और कलश की व्यवस्था करें।

(ii) पूजा का आरम्भआरती और मंत्र: पूजा की शुरुआत श्री राम के मंत्रों का जप करते हुए करें। “ऊँ श्रीरामाय नमः” और “राम रामेति” जैसे मंत्रों का जाप मन को शांति प्रदान करता है।प्रतिमा स्थापना: साफ-सुथरे स्थान पर एक लकड़ी का पाटा बिछाकर, उस पर लाल वस्त्र बिछाएँ और श्री राम की प्रतिमा या तस्वीर को स्थापित करें।

(iii) पूजन प्रक्रियाचरण प्रक्षालन: श्री राम के चरणों को तुलसी के पत्ते, अक्षत और पानी से प्रक्षालित करें।पंचामृत स्नान: प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराएं और फिर साफ जल से आचमन करें।वस्त्र एवं नैवेद्य अर्पण: प्रतिमा पर साफ वस्त्र, चंदन, रोली और नैवेद्य (फल, मिठाई) अर्पित करें।आरती: अंत में दीपक, धूप और कपूर के साथ श्री राम की आरती उतारें। इससे सकारात्मक ऊर्जा और भक्ति का संचार होता है।

प्रभु श्री राम की पूजा में क्या करें

पूजा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातों का विशेष ध्यान रखें:स्वच्छता और शुद्धता: पूजा के सभी उपकरण और वातावरण को स्वच्छ रखें।सत्कार भाव: पूजा करते समय मन में पूर्ण श्रद्धा और समर्पण भाव बनाए रखें।मंत्रों का उच्चारण: श्री राम के मंत्रों का ध्यानपूर्वक और मन लगाकर जाप करें।पूजा सामग्री का सही चयन: सद्गुणों वाली, सात्विक सामग्री का उपयोग करें।ध्यान और एकाग्रता: पूजा के दौरान ध्यान और एकाग्रता बनाए रखें, जिससे पूजा में दिव्यता का अनुभव हो सके।

प्रभु श्री राम की पूजा में क्या ना करें

पूजा करते समय निम्न बातों से बचना चाहिए:अशुद्ध या असत्कार्य सामग्री का उपयोग: प्रदूषित या अस्वच्छ सामग्री का प्रयोग न करें।मन का विचलित होना: पूजा के समय मन को भटकने न दें; एकाग्रता बनाए रखें।अनावश्यक क्रियाएँ: पूजा के दौरान बिना आवश्यकता के अतिरिक्त या अनावश्यक गतिविधियों से बचें।अपशब्दों या अशुद्ध विचारों का प्रयोग: पूजा में सकारात्मकता और श्रद्धा का माहौल बनाए रखें, अपशब्दों या अशुद्ध विचारों से दूर रहें।

भगवान श्री राम पूजा मंत्र के लिए कई मंत्र प्रचलित हैं

यहाँ कुछ प्रमुख मंत्र दिए गए हैं:

1. श्री राम मूल मंत्रॐ श्री रामाय नमः।

2. श्री राम बीज मंत्रॐ राम रामाय स्वाहा।

3. श्री राम गायत्री मंत्रॐ दाशरथाय विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि। तन्नो रामः प्रचोदयात्॥

4. श्री राम ध्यान मंत्र ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्दपद्मासनस्थं, पीतं वासो वसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्। वामांकारूढसीता मुखकमलमिलल्लोचनं नीरदाभं, नानालंकारदीप्तं दधतमुरुजटामंडलं रामचन्द्रम्॥

5. श्री राम चालीसा (संक्षिप्त) आरंभ मंत्रश्रीरामचंद्र कृपालु भजमन, हरण भव भय दारुणम्।

यदि आप विशेष पूजन कर रहे हैं, तो श्रीरामरक्षास्तोत्र का पाठ भी किया जा सकता है। क्या आपको किसी विशेष मंत्र की आवश्यकता है?समापनश्री राम पूजा विधि के माध्यम से भक्त अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। श्री राम की भक्ति से न केवल व्यक्तिगत कल्याण होता है, बल्कि परिवार में एकता और सद्भावना भी बनी रहती है। इस विधि का पालन करते हुए, हम अपने जीवन में धर्म और सत्य की राह पर अग्रसर हो सकते हैं।जय श्री राम!

Prabhu Shri Ram Puja Vidhi Mantra से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

श्री राम की पूजा करने का सबसे शुभ दिन कौन-सा है?

श्री राम की पूजा करने के लिए राम नवमी, एकादशी, पूर्णिमा और हर रविवार को विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

क्या श्री राम की पूजा घर पर की जा सकती है?

हां, श्री राम की पूजा घर पर की जा सकती है। इसके लिए स्वच्छ स्थान, विधिपूर्वक पूजन सामग्री और श्रद्धा आवश्यक होती है।

श्री राम की पूजा में किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?

“ॐ श्रीरामाय नमः” और “राम रामेति रामेति” का जाप करने से विशेष फल मिलता है। सुंदरकांड और राम रक्षा स्तोत्र का पाठ भी लाभकारी होता है।

श्री राम की पूजा में तुलसी का क्या महत्व है?

तुलसी श्री विष्णु और श्री राम को अत्यंत प्रिय है। पूजा में तुलसी पत्र अर्पित करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।

क्या श्री राम की पूजा में नारियल चढ़ाया जाता है?

हां, नारियल श्री राम को अर्पित किया जा सकता है, यह शुभ फल का प्रतीक माना जाता है।

क्या श्री राम की पूजा में केसर का प्रयोग किया जा सकता है?

हां, केसर का तिलक भगवान श्री राम को अर्पित किया जा सकता है। यह सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।

श्री राम की पूजा में दीपक किस दिशा में जलाना चाहिए?

पूजा के दौरान दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर जलाना शुभ माना जाता है।

श्री राम पूजा में कौन-से भोग अर्पित करने चाहिए?

भगवान श्री राम को फल, पंचामृत, मिठाई, गुड़, चावल और विशेष रूप से खीर का भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है।

क्या श्री राम की पूजा में रामायण पाठ आवश्यक है?

हां, यदि संभव हो तो रामायण या सुंदरकांड का पाठ करना अति शुभ माना जाता है। यह श्री राम की कृपा प्राप्त करने का उत्तम मार्ग है।

श्री राम की पूजा के बाद क्या करना चाहिए?

पूजा के बाद आरती करें, प्रसाद का वितरण करें, और राम नाम का स्मरण करते हुए दिनभर अच्छे कार्य करें।

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