SEO
S – search (सर्च)
E – engine (इंजन)
O – optimisation (ऑप्टिमाइजेशन)
यदि आप एक ब्लॉगर है या कांटेक्ट राइटर है या एक यूट्यूबर है या डिजिटल मार्केटर है या फिर आप अपने बिजनेस को ऑनलाइन प्रमोट करते है तो seo के बारे मे जानना आप के लिए बहुत आवश्यक है।
Seo के बारे मे junctiontime आप को पूरी जानकारी देने का प्रयत्न करेगा।
Seo का पूरा नाम आप जान ही चुके है कि seo का फुलफॉर्म search engine optimisation होता है।
अब बात आती है कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का मतलब क्या होता है। तो हम इसे विस्तार से समझते हैं सर्च क्या है, इंजन क्या है और ऑप्टिमाइजेशन क्या है।
Search किसे कहते है
सर्च करने का मतलब होता है किसी भी चीज को ढूंढना। यहां ऑनलाइन और ऑफलाइन भी हो सकता है। परंतु हम यहां पर से ऑनलाइन की ही बात करेंगे। जो कि seo के अंतर्गत आता है।
जैसे कि यदि आप अपने घर में किसी भी सामान को ढूंढते हैं तो यह कहा जा सकता है कि आप और सामान को सर्च कर रहे हैं।
Search engine किसे कहते है
जब भी आप किसी चीज को ऑनलाइन सर्च करने का प्रयत्न करते हैं तब आप अपने शब्दों को किसी ऐप या वेबसाईट में लिखकर सर्च करने का प्रयास करते हैं और आपको उससे संबंधित जानकारी मिल जाती है।
इस जानकारी को आप तक पहुंचाने वाले माध्यम को ही सर्च इंजन कहा जाता है। जो कि उस जानकारी को खोज कर आप तक पहुंचा है।
वैसे तो ऑनलाइन कई सर्च इंजन है परंतु मैं यहां पर आप को कुछ महत्त्वपूर्ण search engine के बारे मे बताऊंगा।
- Yahoo
- Gibiru
- Bing
वैसे तो ऑनलाइन के क्षेत्र में बहुत से सर्च इंजन है परंतु यह कुछ महत्वपूर्ण सर्च इंजन है जो कि काफी प्रचलित है परंतु इन सब में सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल है।
optimisation किसे कहते है
किसी भी चीज को सही तरीके से और उसकी गुणवत्ता के अनुसार सही क्रम में रखना की ऑप्टिमाइजेशन कहलाता है।
जैसे कि आप अपने घर की वास्तु को सही तरीके से और सही जगह पर रखते हैं तो वहां ऑप्टिमाइजेशन कहलाता है।
परंतु हम यहां पर बात कर रहे हैं ऑनलाइन की।
हम जो कॉन्टेंट इमेज या वीडियो या फिर कोई प्रोडक्ट को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करते हैं।
तब सर्च इंजन उसको ऑप्टिमाइज करता है और उसके अनुसार ही वह रिजल्ट दिखाता है।
Seo का क्या मतलब होता है ये आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे। अब बात करते है कि seo काम कैसे करता है। और ये इतना महत्त्वपूर्ण क्यों है।
Seo किसे कहते है
आज ऑनलाइन मार्केटिंग ने पूरे मार्केट को कवर कर लिया है और यह सच है कि कोई भी ऑनलाइन बिजनेस डिजिटल मार्केटिंग के बिना नहीं कर सकता है।
इसका एक सबसे बड़ा कारण seo होता है। इसलिए चाहे आप अपनी वेबसाइट या यूट्यूब चैनल को तेजी से ग्रो करना हो या फिर उसे आप हायर रैंकिंग में लाना चाहते हैं।
या फिर किसी मार्केटिंग कंपनी में seo से संबंधित जॉब के लिए आप अप्लाई करते हैं तो दोनों ही स्थिति में आपको seo एक्सपर्ट बनना होगा और यह कोई आसान काम नहीं है।
इसलिए इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप seo एक्सपर्ट कैसे बन सकते हैं। Seo एक्सपर्ट बनने के लिए सबसे पहले आपको जानना होगा कि seo के लिए हमें क्या-क्या करना होता है।
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन बहुत से टूल्स और प्रैक्टिस का ऐसा कलेक्शन है जोकि आपकी वेबसाइट और चैनल को सर्च इंजन में सबसे हाई रैंकिंग लाने में मदद करता है। जिससे आपकी वेबसाइट या चैनल पर अत्याधिक ऑर्गेनिक ट्राफिक आता है।
और आपका बिजनेस तेजी से ग्रो करने लगता है।
ऐसी website जिसके जरिए यूजर इंटरनेट कॉन्टेंट सर्च करते हैं सर्च इंजन कहलाता है।
Seo एक्सपर्ट बनकर आप अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक और high-ranking ला सकते हैं। परंतु आपको यह पता होना चाहिए कि आप एक सीईओ एक्सपोर्ट बनना चाहते हैं।
या seo प्रोफेशनल। Seo एक्सपर्ट और प्रोफेशनल में थोड़ा अंतर होता है एक एस ई ओ एक्सपर्ट वह होता है जिसे पता होता है कि एस ई ओ कैसे वर्क करता है। और किसी व्यवसाय को सर्च इंजन पर हाय रैंकिंग में लाने के लिए s.e.o. को कैसे अप्लाई किया जाता है।
जबकि एक एस ई ओ प्रोफेशनल एक ऐसा एस ई ओ एक्सपर्ट होता है कि वह इस काम को एक प्रोफेशन की तरफ से करता है जिसमें एस ई ओ कंसलटिंग, एस ई ओ सर्विस, और एस ई ओ प्रोजेक्ट पर client से डील करना शामिल होता है।
एस ई ओ एक्सपर्ट और एस ई ओ प्रोफेशनल के अंतर को तो आपने समझ लिया पर क्या आप यह जानते हैं कि सर्च इंजन एससीओ के माध्यम से कैसे काम करता है।
एस ई ओ सर्च इंजन से related है इसलिए आपको यह जानना जरूरी है कि सर्च इंजन कैसे काम करता है। इसे आसान भाषा में समझने के लिए आपकी जानते हैं कि दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी गूगल की है ।
जब भी आप कोई भी इंटरनेट कौन था गूगल में सर्च करते हैं तब वहां तुरंत आपके सामने आ जाता है परंतु यह इतनी जल्दी कैसे हो जाता है चलिए अब इसके बारे में जानते हैं।
गूगल एक ऐसा लाइब्रेरियन है जिसने हजारों लाखों वेबसाइटों को और इंटरनेट कांटेक्ट को अलग-अलग रेट में ऑर्गेनाइज करके रखा हुआ है और जैसे ही आप गूगल पर कुछ भी सर्च करते हैं।
तो गूगल ऑर्गेनाइज की गई वेबसाइटों और इंटरनेट कांटेक्ट में से बेस्ट क्वेरी निकाल कर आपके सामने रख देता है जिसमें सिर्फ कुछ सेकेंड ही लगते हैं।
परंतु क्या आपने सोचा है।
कि यह सब इतना जल्दी कैसे हो जाता है क्योंकि यह एक ऑनलाइन प्रोसेस है इसलिए यह तीन प्रोसेस से मिलकर तैयार होता है।
- Crawling
- Indexing
- Ranking
जिसके माध्यम से एक सर्च इंजन काम करता है crawling,indexing, ranking को हम अलग अलग समझते हैं।
Crawling किसे कहते हैं
Crawling वह प्रोसेस है जिसमें सर्च इंजन के वेब क्रोलर या (स्पाइडर) आपके द्वारा पोस्ट किए गए कंटेंट को पढ़ता है और यह सारी जानकारी सर्च इंजन के पास पहुंच जाती है यह आपके कांटेक्ट,इमेज और वीडियो क्राउल करता है।
जिससे सर्च इंजन को यह पता चल जाता है कि आपने किस बारे में जानकारी दी है और आपके कांटेक्ट में क्या-क्या है परंतु या प्रोसेस यहीं पर खत्म नहीं होती इसके बाद आती है indexing जो आपकी वेबसाइट के लिए अत्याधिक महत्वपूर्ण होता है चलिए अब indexing के बारे में समझते हैं।
Indexing किसे कहते है
Indexing का मतलब होता है कि वह आपके कांटेक्ट को एक जगह पर इंडेक्स करता है इसको हम एक सरल भाषा में समझते हैं।
जैसे कि आपने अपनी स्टोर रूम के अंदर बहुत सारे सामान को रखा हुआ है परंतु वहां पर उपयोग में आने वाली हर एक वस्तु को आपने अलग अलग करके बहुत ही व्यवस्थित तरीके से रखा हुआ।
जैसे कि खाना बनाने के सामान को अपने अलग रैक में रखा हुआ है। और अपनी गाड़ी को रिपेयर करने के लिए उसके सामान को अलग रखने का ताकि आपको उन चीजों को ढूंढने में आसानी ठीक उसी तरीके से सर्च इंजन भी आपके कांटेक्ट को अलग-अलग इंटेक्स करता है जैसे कि आपका कांटेक्ट मार्केटिंग के ऊपर आधारित है।
तो उसे मार्केटिंग के रैक में इंटेक्स कर दिया जाता है यदि आपका कांटेक्ट हेल्थ के ऊपर आधारित है तो उसे अलग रैक में इंडेक्स किया जाता है इसी तरह से इंजन के पास हजारों लाखों की संख्या मैं कांटेक्ट हो इंटेक्स किया जाता है यह सारे काम सर्च इंजन के रोबोट या जिन्हें आप बोट कहते हैं या स्पाइडर कहते हैं यह उनके द्वारा किया जाता है।
परंतु एक चीज हमें यहां पर अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि जब तक सर्च इंजन हमारी वेबसाइट को क्रोल नहीं करता तब तक वो इंडेक्सिंग नहीं कर सकता है इसलिए सबसे पहले क्राउलिंग होती है उसके बाद indexing होती है और फिर उसके बाद में आती है ranking।
Ranking किसे कहते है
इंडेक्सिंग और क्राउलिंग के बारे में तो आपने जान ही लिया अब समझते हैं की रैंकिंग क्या होती है यह आपकी व्यवसाय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है सर्च इंजन में सबसे टॉप पर आ रहे हैं।
इसका मतलब आपकी रैंकिंग एकदम टॉप पर है इसका सीधा सा मतलब यह हुआ कि आपका जो कांटेक्ट है उससे आप से बेहतर किसी और ने नहीं बनाया है इसलिए आप नंबर वन पर आ रहे हैं तो आप की रैंकिंग भी नंबर वन होती है।
इसको एक सामान्य तरीके से समझा तो आप ने अपने स्कूल में परीक्षा अवश्य दी होगी परंतु क्या उस परीक्षा में सभी बच्चे पहले स्थान पर आए थे नहीं ना उसमें से कुछ ही बच्चे पहले स्थान पर आए जिन्होंने फर्स्ट डिवीजन पास किया पर कैसे?
यह आपने सोचा क्योंकि उनके द्वारा लिखा गया कॉन्टेंट अन्य बच्चों की अपेक्षा अत्याधिक साफ सुथरा अध्यापक को समझ में आए और सही जानकारी के साथ लिखा गया था।
ठीक उसी तरह से सर्च इंजन भी आपके कांटेक्ट को पढ़ता है और उसकी गुणवत्ता के हिसाब से उसको रैंक करता है।
मैं आशा करता हूं कि इस पोस्ट में दी गई जानकारी से आप पूरी तरह संतुष्ट हुए होंगे फिर भी यदि आप जानकारी चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं।
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