एफिलिएट मार्केटिंग के नाम से ही पता चलता है यह मार्केटिंग का ही एक हिस्सा है। जब भी कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए प्रमोट करती है। और यदि आप उस कंपनी के प्रोडक्ट को बेचने में मदद करते हैं। तो आपके द्वारा बेचे गए प्रोडक्ट पर आपको कुछ कमीशन दिया जाता है इसी प्रक्रिया को एफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है। इसे मै आप को एक उदाहरण से समझाने की कोशिश करता हूं ताकि आप और बेहतर समझ सके।
उदाहरण
आपने जीवन बीमा कंपनियों के बारे में तो सुना ही होगा हो सकता है। हो सकता है आपने जीवन बीमा करवाया भी हो। जीवन बीमा कंपनियां अपने जो भी प्लान ने ग्राहकों के लिए पेश करती है। उस प्लान को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए जीवन बीमा कंपनियों के पास एजेंट होते हैं।
ये एजेंट अपने ग्राहकों को और नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी द्वारा पेश किए गए प्लान को ग्राहकों को समझाते हैं। जब यह कंपनी के द्वारा पेश किए गए प्लान को अपने ग्राहकों को बेच देते हैं तब इसके बदले में उन्हें कंपनी द्वारा कुछ ना कुछ कमीशन दिया जाता है।
अर्थात जीवन बीमा कंपनी का एजेंट हमारे साथ मार्केटिंग करता है जिसे हम एफिलिएट मार्केटर कहते हैं। और उसके द्वारा की जाने वाली मार्केटिंग को ही एफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है।
यहां पर मैंने जीवन बीमा कंपनी का सिर्फ उदाहरण दिया है ये कंपनी कोई भी हो सकती है और किसी भी देश में हो सकती है उस कंपनी का कोई भी प्रोडक्ट हो सकता है।
अक्सर लोग ऑनलाइन मार्केटिंग को ही एफिलिएट मार्केटिंग समझ लेते हैं। बहुत सी ऐसी कंपनियां है जो कि अपने एफिलिएट प्रोग्राम को ऑनलाइन प्रमोट करती है। इस वजह से हम इसे डिजिटल मार्केटिंग का एक हिस्सा कह सकते हैं।
ऑनलाइन एफिलिएट प्रोग्राम पेश करने वाली कुछ कंपनियां
- Amazon
- Clickbank
- Jv zoo
- Flipkart
- Godaddy
- Bluehost
- Commission junction
- Hostinger
यह कुछ ऐसे एफिलिएट मार्केटिंग कंपनियों के नाम जिन्हें आप आसानी से फ्री में जॉइंट कर सकते हैं जिसका कोई भी चार्ज नहीं है।
आप कौन सा एफिलिएट प्रोग्राम ज्वाइन करना चाहते हैं हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
ऑनलाइन एफिलिएट मार्केटिंग से लाभ
एफिलिएट मार्केटिंग को लोग ऑनलाइन करना ज्यादा पसंद करते हैं जो कि काफी आसान होता है।
- ऑनलाइन एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए आपको किसी भी विशेष शिक्षा की जरूरत नहीं होती है इसको आप बेसिक जानकारी के साथ शुरू कर सकते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि इसको करने के लिए आपकी उम्र की कोई सीमा नहीं होती है।
- एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए आपको किसी भी विशेष लागत की जरूरत नहीं होती है जैसा कि आप ऑफलाइन मार्केटिंग और नेटवर्क मार्केटिंग में देखते हैं कि आपको अपना बिजनेस स्टार्ट करने के लिए कुछ ना कुछ इन्वेस्ट करना पड़ता है परंतु एफिलिएट मार्केटिंग के कुछ प्रोग्राम ऐसे हैं जो कि बिल्कुल फ्री है जिन्हें आप जीरो इन्वेस्टमेंट के साथ शुरू कर सकते हैं।
- वर्क फ्रॉम होम काम करने वालों के लिए एफिलिएट मार्केटिंग बहुत ही अच्छा विकल्प है इसे आप कहीं से भी ऑपरेट कर सकते हैं आपको कहीं पर भी आने जाने की जरूरत नहीं पड़ती है।
- एफिलिएट मार्केटिंग ऑनलाइन होने की वजह से आपको इसे करने में और ज्यादा आसानी हो जाती है क्योंकि जिस प्रोडक्ट को आप प्रमोट करते हैं वह ऑनलाइन ही होता है और इसे आप कहीं पर भी प्रमोट कर सकते हैं। आपको किसी ऑफिस या दुकान की जरूरत नहीं होती है आपको अपने प्रोडक्ट को स्टोर करने की भी आवश्यकता नहीं होती है।
- ऑनलाइन एफिलिएट मार्केटिंग करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको अपने कस्टमर को बहुत ज्यादा समझाने की आवश्यकता नहीं होती है। कस्टमर अपनी इच्छा अनुसार प्रोडक्ट का रिव्यू देखता है और यदि आपके द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट होता है तो खरीद लेता है जो कि बहुत आसान है।
- एफिलिएट मार्केटिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यहां पर आपका कोई बॉस नहीं होता है आपको किसी के अंडर में रहकर काम करने की जरूरत नहीं है। आप अपनी मर्जी की खुद मालिक होते हैं।
ऑनलाइन एफिलिएट मार्केटिंग से हानियां
एफिलिएट मार्केटिंग के फायदे होने के साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं जिससे हमें ध्यान में रखना चाहिए आइए आपको बताते हैं एफिलिएट मार्केटिंग से होने वाले नुकसान के बारे में।
- एफिलिएट मार्केटिंग में मिलने वाला कमीशन पर आपका कोई भी कंट्रोल नहीं होता है इस कमीशन का पूरा कंट्रोल कंपनी के हाथ में होता है यदि आप का कमीशन रुक जाता है तब उससे मिलने में बहुत अधिक समय लग जाता है परंतु ऐसा बहुत ही कम होता है या कभी-कभी ही होता है।
- एफिलिएट मार्केटिंग में आप अपना कमीशन स्वयं निर्धारित नहीं कर सकते है। जैसा कि ऑफलाइन मार्केटिंग में होता है आप अपना कमीशन स्वयं निर्धारित कर सकते हैं।
- एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए आपको कंपनी के नियमानुसार ही काम करना पड़ता है यदि आप नियम के विरुद्ध जाते हैं तो कंपनी आपको एफिलिएट प्रोग्राम से निकाल सकती है।
- एफिलिएट मार्केटिंग को प्रमोट करने के लिए कंपनी द्वारा बनाए गए कानून में कंपनी कभी भी बदलाव कर सकती है उसके कमीशन को कम या ज्यादा कर सकती है जिसमें आपका कोई कंट्रोल नहीं होता है।
- पिछले कुछ सालों में एफिलिएट प्रोग्राम प्रमोट करने वाली कंपनी अपने कमीशन में काफी कटौती की जिसकी वजह से एफिलिएट मार्केटर को काफी नुकसान हुआ है।
एफिलिएट मार्केटिंग के बारे में
यदि आप ऑनलाइन इनकम करना चाहते हैं तो एफिलिएट मार्केटिंग एक अच्छा विकल्प है। यदि अन्य लोगों की तरह आप भी यह सोचते हैं कि एफिलिएट मार्केटिंग से बहुत आसानी से पैसा कमाया जा सकता है। यह बात सत्य है एफिलिएट मार्केटिंग से पैसा कमाया जा सकता है परंतु इसके लिए भी यहां पर आपको मेहनत तो करनी ही पड़ेगी और मेहनत के साथ-साथ आपको धैर्य भी रखना पड़ेगा क्योंकि किसी भी चीज में सफलता हासिल करने के लिए उसमें कुछ ना कुछ समय अवश्य लगता है।
एफिलिएट मार्केटिंग को आप अपना फुल टाइम करियर बनाना चाहते हैं तो ये एक अच्छा निर्णय है। क्योंकि एफिलिएट मार्केटिंग एक तरह का बिजनेस है और बिजनेस वही इंसान करता है जिसमें मालिक बनने की इच्छा होती है यदि आप किसी क्षेत्र में नौकरी करते हैं।
अपने करियर को एफिलिएट मार्केटिंग के क्षेत्र में शिफ्ट करना चाहते हैं तो मैं आपको यही सलाह दूंगा की नौकरी करने के साथ-साथ आप एफिलिएट मार्केटिंग में भी थोड़ा थोड़ा समय देते रहे और जब आपको ऐसा लगने लगे की अब मैं एफिलिएट मार्केटिंग में मैं अपनी नौकरी से ज्यादा इनकम कर सकता हूं उस समय आपको किसी से भी पूछने की जरूरत नहीं है आप अपने करियर को एफिलिएट मार्केटिंग के क्षेत्र में जोड़ सकते हैं।
एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए कंपनी का चुनाव कैसे करें
एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए भरोसेमंद कंपनी का चुनाव अत्यधिक आवश्यक होता है यदि आपने किसी ऐसी कंपनी का चुनाव कर लिया जिसकी सर्विस बहुत ही खराब है उस कंपनी के साथ आपको एफिलिएट मार्केटिंग करने में सिर्फ नुकसान ही हो सकता है।
इसलिए किसी भी कंपनी का एफिलिएट प्रोग्राम जॉइन करने से पहले हमें उस कंपनी के बारे में रिसर्च कर लेना अति आवश्यक होता है। की कंपनी अपने एफिलिएट प्रोग्राम के बारे में आपको जो जानकारी दे रही है क्या वह सत्य है।
जैसे कि एफिलिएट पार्टनर प्रोग्राम को ज्वाइन करने पर आप को निर्धारित कमीशन देती है।
मार्केट में कंपनी की रेपुटेशन क्या है यह जान लेना अति आवश्यक है क्योंकि कुछ कंपनियां आपको बताती कुछ और हैं और होता कुछ और ऐसे में एफिलिएट प्रोग्राम को ज्वाइन करने से पहले आपको हर तरीके से जांच परख कर लेनी चाहिए।
एफिलिएट मार्केटिंग से इनकम करने के लिए दो मुख्य स्रोत
- Free Affiliate Marketing
- Paid Affiliate Marketing
एफिलिएट मार्केटिंग को हम मुख्यता दो तरीके से किया जाता है पहला है फ्री ऑफ कॉस्ट और दूसरा है पैड मैथर्ड दोनों के अपने-अपने फायदे हैं तो चलिए हम जानते हैं कि free of cost में क्या फर्क है और पैड मैथर्ड में क्या फर्क है।
Free Affiliate Marketing
फ्री में एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए आपको यहां पर कुछ भी इन्वेस्ट करने की आवश्यकता नहीं होती है। आप सोच रहे होंगे कि फ्री में कैसे किया जा सकता है लेकिन यह बहुत ही आसान है कुछ ऐसे प्लेटफार्म जहां पर आप अपने एफिलिएट प्रोडक्ट को बड़ी आसानी से प्रमोट कर सकते हैं जैसे कि सोशल मीडिया की बात करें तो फेसबुक,टि्वटर,व्हाट्सएप, लिंकडइन और भी ऐसे बहुत से प्लेटफार्म जहां पर आप फ्री में अपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकते हैं।
परंतु एफिलिएट मार्केटिंग यदि आप जल्दी सफल होना चाहते हैं तो उसके लिए यह तरीका सही नहीं क्योंकि आप जिस किसी भी प्लेटफार्म पर अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करना चाहते हैं वह यह सुविधा आपको फ्री में तो देता है परंतु वहां पर आपका कोई भी कंट्रोल नहीं होता कि वह आपका प्रोडक्ट प्रमोट ही करेगा या फिर आपके प्रोडक्ट को block भी कर सकता है।
परंतु यहां पर एक चीज आपके लिए बहुत फायदेमंद है यदि आप एफिलिएट मार्केटिंग में बिल्कुल नए हैं और एफिलिएट मार्केटिंग को सीखना चाहते हैं। तो मेरा सुझाव यही है कि सबसे पहले आप फ्री ऑफ कॉस्ट एफिलिएट मार्केटिंग ट्राई करें।
क्योंकि यहां पर आपको अपने प्रोडक्ट को कैसे प्रमोट करना है अपने प्रोडक्ट का चुनाव कैसे करना है। आदि बहुत ही सामान्य जानकारी आपको free तरीके से सीखने को मिल सकती है तो बेहतर यही होगा पहले आप फ्री में सीखने की कोशिश करें और उसके बाद फिर इन्वेस्ट करने के बारे में सोचें।
Paid Affiliate Marketing
पैड एफिलिएट मार्केटिंग में आप को कुछ पैसे इन्वेस्ट करने होते हैं जैसे कि आपने किसी कंपनी का एफिलिएट प्रोग्राम ज्वाइन कर लिया फिर उसको प्रमोट करने के लिए आप जिस किसी भी प्लेटफार्म का चुनाव करते हैं जैसे कि आप की वेबसाइट फेसबुक,गूगल एड,पिंटरेस्ट आदि।
यदि हम फेसबुक की बात करते हैं आपने जिस प्रोडक्ट का चुनाव किया है उस प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए आपको फेसबुक में अपने प्रोडक्ट की ऐड चलानी होती है इस ऐड को चलाने के लिए फेसबुक आपसे कुछ पैसे चार्ज करता है और आपके प्रोडक्ट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाता है जिसके जरिए आपका इनकम जनरेट होने के चांस बहुत अधिक बढ़ जाते हैं।
फेसबुक के अलावा और भी ऐसे बहुत से प्लेटफार्म जहां पर आप अपने प्रोडक्ट का एडवर्टाइजमेंट कर सकते हैं।
अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने का सबसे अच्छा तरीका आपकी अपनी वेबसाइट होनी चाहिए जहां पर आप अपने प्रोडक्ट को बहुत अच्छे से प्रमोट कर सकते हैं।
पैड एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए आप कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें
- आपने जिस प्रोडक्ट का चुनाव किया है वह किस तरह का प्रोडक्ट है।
- जिस कंट्री में आप अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करना चाहते हैं क्या वहां के लोग उस प्रोडक्ट के बारे में जानते हैं।
- आपका प्रोडक्ट किस उम्र के लोगों के लिए लाभदायक है।
- प्रोडक्ट को प्रमोट करने पर आपको कितने प्रतिशत लाभ हो सकता है।
- आपके प्रोडक्ट के बारे में लोगों का रिव्यू क्या है।
- आप जिस कंपनी के प्रोडक्ट को प्रमोट कर रहे हैं उस कंपनी की प्रोडक्ट रिटर्न पॉलिसी क्या है।
- प्रोडक्ट की एडवर्टाइजमेंट करने से पहले आपको किस कंट्री में एडवर्टाइजमेंट करने का है किस स्टेट में करने का है किस उम्र के लोगों को दिखाने का है इन सब चीजों में को ध्यान में रखकर ही अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करें।
- सबसे पहले छोटे-छोटे कैंपेन को रन करें बाद में ही बड़ी एडवर्टाइजमेंट करें।
एफिलिएट मार्केटिंग को मैंने बहुत ही बेसिक तरीके से समझाने की कोशिश की है। यदि आप एफिलिएट मार्केटिंग के बारे में और विस्तृत जानकारी पाना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं।
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